दुनिया भर में इंटरनेट और डिजिटल मीडिया के क्षेत्र में एक प्रमुख हस्ती मानी जाने वाली सुसान वोजसिकी का 56 वर्ष की आयु में कैंसर से निधन हो गया। वोजसिकी का जीवन और करियर तकनीकी दुनिया को नई दिशा देने वाला रहा है। उनकी मृत्यु के बाद विश्लेषक उनके योगदान को सिरफिराकर याद कर रहे हैं और यह मानते हैं कि तकनीकी क्षेत्र में उनका योगदान अपार रहा है। उनकी मृत्यु की पुष्टि उनके पति, डेनिस ट्रोपर और गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने सोशल मीडिया पर की।
सुसान वोजसिकी ने 1999 में गूगल से अपने करियर की शुरुआत की थी और वे गूगल की शुरुआती टीम में शामिल थीं। उस समय गूगल एक छोटे से इंटरनेट सर्च इंजन के रूप में प्रचलित था, लेकिन सुसान ने अपने मेहनत और दृष्टिकोण से इसे एक बड़े स्तर पर पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने गूगल में शामिल होकर गूगल इमेज सर्च का विकास किया, जिससे लोग इंटरनेट पर इमेजेस खोजने में सक्षम हो सके।
गूगल में उनकी अन्य महत्वपूर्ण योगदानों में गूगल बुक सर्च और AdSense का नेतृत्व शामिल है, जो कि कंपनी के आर्थिक मापदंड को और सुदृढ़ बनाने में सहायक साबित हुए। सुसान की खासियत यह थी कि वे बहुमुखी प्रतिभाशाली थीं और उन्होंने कंपनी को विभिन्न दिशाओं में नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया।
2006 में यूट्यूब के गूगल द्वारा अधिग्रहण के बाद, सुसान ने यूट्यूब के समेकन और उसको एक उच्चस्तरीय वीडियो साझा करने वाला प्लेटफार्म बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। यूट्यूब को लेकर उनके दृष्टिकोण और उनके नेतृत्व के कारण, यह प्लेटफार्म दुनिया का सबसे बड़ा और सबसे लोकप्रिय वीडियो प्लेटफार्म बन गया।
सुसान वोजसिकी ने 2014 में यूट्यूब के सीईओ का पदभार संभाला और 2023 तक इस पद पर रहीं। उनके नेतृत्व में यूट्यूब ने न केवल अपनी लोकप्रियता में व्यापक वृद्धि की, बल्कि विभिन्न नए फीचर्स और सर्विसेज को भी लॉन्च किया। यूट्यूब प्रीमियम और यूट्यूब म्यूज़िक जैसी सर्विसेज आज दुनियाभर में उपयोग की जाती हैं और इसका श्रेय काफी हद तक सुसान को ही जाता है।
दुर्भाग्यवश, सुसान की मृत्यु से पहले उनके परिवार को एक और बड़ी क्षति का सामना करना पड़ा। उनके 19 वर्षीय पुत्र, मार्को, की फरवरी 2024 में एक ड्रग ओवरडोज़ के कारण मृत्यु हो गई। इस दुखद घटना के बाद सुसान के परिवार के लिए यह एक और बड़ा आघात है।
सुसान वोजसिकी के पति, डेनिस ट्रोपर, और उनके चार बच्चे उनके पीछे रह गए हैं। सुसान की कहानी प्रेरणादायक है और वे हमेशा एक शक्ति, संकल्प और नई ऊंचाइयों को छूने की प्रेरणा का प्रतीक रहेंगी। गूगल और यूट्यूब, दोनों ही कंपनी के अधिकारी और उनके साथी उनकी कमी को गहराई से महसूस करेंगे और उनके योगदान को हमेशा याद करेंगे।
 
                                                                         
                                         
                                         
                                         
                                         
                                        
14 टिप्पणियाँ
Dharmendra Pal
सुसान वोजसिकी का निधन टेक इंडस्ट्री में एक बड़ा क्षति है।
उनका योगदान गूगल के शुरुआती विकास में अनिवार्य था।
उन्होंने इमेज सर्च को दैनिक उपयोगकर्ता के लिए सुलभ बनाया।
गूगल बुक सर्च की शुरुआत में उनका नेतृत्व प्रमुख था।
साथ ही AdSense के सफल लॉन्च में भी उनका हाथ था।
यूट्यूब के अधिग्रहण के बाद उन्होंने प्लेटफ़ॉर्म को समेकित किया।
यूट्यूब को वैश्विक स्तर पर वीडियो शेयरिंग का मानक बनाया।
उनकी दृष्टि में उपयोगकर्ता अनुभव हमेशा प्राथमिकता था।
उन्होंने कई नई सुविधाएँ जैसे प्रीमियम और म्यूज़िक को अभिवृद्धि किया।
उनके प्रबंधन शैली में पारदर्शिता और नवाचार का मिश्रण था।
सुसान के कार्यकाल में यूट्यूब की रेवेन्यू लगातार बढ़ती रही।
उनके निर्णय लेने की प्रक्रिया डेटा-ड्रिवेन थी।
वह टीम को सशक्त बनाने में विश्वास रखती थीं।
उनके द्वारा स्थापित संस्कृति आज भी गूगल और यूट्यूब में जिंदा है।
व्यक्तिगत रूप से भी वह सहकर्मियों के लिए प्रेरणा स्रोत थीं।
उनका निधन परिवार के लिए भी अत्यंत दुःखद है।
Balaji Venkatraman
व्यक्तियों को केवल सफलताओं से नहीं बल्कि उनकी नैतिक मूल्यों से भी याद रखा जाना चाहिए।
सुसान ने अपने काम में ईमानदारी और इमानदार नेतृत्व का पैटर्न स्थापित किया।
ऐसे नेता भविष्य की पीढ़ियों के लिये आदर्श होते हैं।
उनकी स्मृति में हम सबको सामाजिक जिम्मेदारी को नहीं भूलना चाहिए।
Tushar Kumbhare
सही कहा भाई 🙌 आप जैसा आत्मविश्वास हमेशा काम आएगा।
सुसान की कहानी हमें आगे बढ़ने की प्रेरणा देती है 😎
Arvind Singh
ओह, अब तो टेक इंडस्ट्री में भी उदासी की बारिश है।
अपनी ही लबों से दया दिखाने वालों की भी लगती है कमीज़ में धागा।
Vidyut Bhasin
कभी-कभी मृत्यु वो दर्पण है जो हमें दिखाता है कि सितारे कितने चमकते हैं, पर फूटते समय कितनी तेज़ी से गिरते हैं।
nihal bagwan
सुसान जैसी भारतीय मूल की शक्ति गूगल को विश्व मंच पर और भी ऊँचा ले जाएगी।
हमारी आने वाली पीढ़ी को ऐसे उदाहरणों से प्रेरित होना चाहिए।
देश की प्रगति में महिलाओं का योगदान अस्वीकार नहीं किया जा सकता।
Arjun Sharma
यो यूट्यूब के एपीआई इंटीग्रेशन वीकेंड में डिप्लॉय किया गया था, पूरी टीम ने सिपीएफ को मेन ट्रैफिक प्रोसेसिंग में लोड किया।
ब्रेनस्टॉर्मिंग सत्र में सुसान की ताजगी वाला इनपुट काफ़ी काम आया।
Sanjit Mondal
सुसान का वैश्विक दृष्टिकोण और तकनीकी समझ दोनों ही उल्लेखनीय थे।
उनकी नेतृत्व शैली ने कई नवाचार को संभव बनाया और टीम के मनोबल को ऊँचा रखा।
उनके योगदान को याद रखते हुए हम आगे के प्रोजेक्ट्स में समान समर्पण लाने का प्रयास करेंगे।
Ajit Navraj Hans
सच कहूँ तो उनका एडसेंस मॉडल अभी भी बहुत खामियों से भरा है पर उनकी बुनियादी सोच को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।
arjun jowo
क्या आप जानते हैं कि सुसान ने यूट्यूब पर एआई-आधारित कंटेंट मॉडरेशन को शुरुआती चरण में ही लागू किया था?
यह कदम प्लेटफ़ॉर्म की सुरक्षा और उपयोगकर्ता अनुभव को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाया।
उनकी दूरदर्शिता के कारण ही आज यूट्यूब पर कई नई सुविधाएँ उपलब्ध हैं।
Rajan Jayswal
सच्ची प्रेरणा का स्रोत थीं वह।
Simi Joseph
हाँ, बस एक वाक्य में सब कह दिया तो क्या? ऐसा करने से तो गहराई का कोई मतलब नहीं रहता।
Vaneesha Krishnan
सुसान की कहानी सुनकर मन थोड़ा हल्का हो गया 😊 उनका साहस और दृढ़ता हम सभी को आगे बढ़ने का हौसला देती है।
भविष्य में ऐसे और नेता बनें, यही दुआ है।
Satya Pal
हर चीज़ का अंत है, पर कुछ चीज़ें सिर्फ़ स्मृति में लिखी जाती हैं – जैसे सुसान का नाम, जो कभी नहीं मिटेगा।