जब हम कोरियाई कंपनी, दक्षिण कोरिया की स्थापित या नई व्यापार इकाई जो उत्पादन, तकनीक या सेवाओं में संलग्न है. Also known as कोरियाई फर्म की बात करते हैं, तो तुरंत दो बड़े क्षेत्रतेज़र होते हैं – इलेक्ट्रॉनिक्स और ऑटोमोबाइल। ये दो उद्योग ही नहीं, बल्कि वैश्विक सप्लाई चेन के महत्वपूर्ण कड़ी हैं। कोरियाई कंपनी अक्सर साउथ कोरिया की सरकारी नीतियों, खासकर तकनीकी इनोवेशन और निर्यात प्रोत्साहन से उछाल पाती है। इसलिए हम कह सकते हैं: कोरियाई कंपनी साउथ कोरिया के टेक इकोसिस्टम को निरंतर तेज करती है, नई रिफ़ॉर्म से लाभ उठाती है, और अंतरराष्ट्रीय बाजार में प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देती है।
पहला सेक्टर है इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योग। यहाँ सैमसन, एलजी, सोनी जैसी ब्रांडों के साथ कोरियाई कंपनियां डिस्प्ले, चिपसेट और मोबाइल डिवाइस में अग्रणी हैं। नई पीढ़ी के 5G चिप और AI‑सक्षम डिवाइस बनाकर ये फर्में भारतीय बाजार में भी पकड़ बना रही हैं। दूसरा बड़ा सेक्टर है ऑटोमोबाइल उद्योग। यहाँ कियान, ह्युंदाई और मोतोरोला जैसी कंपनियां ई‑वहिकल, हाइब्रिड कार और स्वायत्त ड्राइविंग तकनीक में निवेश कर रही हैं। इन कंपनियों के उत्पादन प्लांट भारत में बड़ते जा रहे हैं, जिससे नौकरियां और तकनीकी कौशल दोनों बढ़ते हैं। तीसरा उल्लेखनीय क्षेत्र है टेक स्टार्टअप इकोसिस्टम। साउथ कोरिया की स्टार्टअप एंटरप्रेन्योरशिप को समर्थन देने वाली नीतियों ने फ़िनटेक, हेल्थटेक और गेमिंग में नई कंपनियों को पनपने दिया है। ये फर्में न सिर्फ प्रौद्योगिकी को तेज करती हैं, बल्कि भारतीय डीज़िटल ट्रांसफ़ॉर्मेशन में भी सहारा बनती हैं। सार में, कोरियाई कंपनी विभिन्न सेक्टरों को जोड़ती है—इलेक्ट्रॉनिक्स से लेकर ऑटोमोबाइल तक—और इनसे जुड़े उद्यमी और निवेशक दोनों को फायदा पहुंचाती है।
इस टैग पेज में आप पाएंगे कोरियाई कंपनियों की नवीनतम खबरें, उनके भारत में विस्तार की योजना, और इन कंपनियों के प्रमुख प्रोजेक्ट्स का विश्लेषण। चाहे आप निवेशक हों, टेक उत्साही हों या सामान्य पाठक, यहाँ की जानकारी आपके लिए उपयोगी होगी। नीचे सूचीबद्ध लेखों में हम विभिन्न कोरियाई फर्मों की recent developments, partnership, और बाजार में उनके प्रदर्शन को कवर करेंगे, जिससे आप पूरी तस्वीर समझ सकेंगे। अब आगे पढ़िए और जानिए कौन सी कोरियाई कंपनी आपके क्षेत्रों में असर डाल रही है।
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