जब बात IMD, भारत का मुख्य मौसम विज्ञान संस्थान है, जो राष्ट्रीय स्तर पर मौसम, जलवायु और आपदा चेतावनी प्रदान करता है. Also known as भारतीय मौसम विभाग, it मौसम पूर्वानुमान तैयार करता है, बाढ़ चेतावनी जारी करता है और आपदा प्रबंधन एजेंसियों को दिशा‑निर्देश देता है। ये तीनों घटक मिलकर नागरिकों को सुरक्षित रखने में मदद करते हैं, जबकि जलवायु परिवर्तन की प्रवृत्तियों को ट्रैक करना भी IMD की प्रमुख जिम्मेदारियों में से एक है। आसान शब्दों में, IMD मौसम की भविष्यवाणी करता है, खतरों की चेतावनी देता है और सरकार को आपातकालीन कदम उठाने में समर्थन करता है।
IMD का डेटा सिर्फ टीवी पर दिखने वाले मौसम रिपोर्ट तक सीमित नहीं है; इसका असर कृषि, स्वास्थ्य, ऊर्जा और पर्यटन जैसे कई सेक्टरों में गहरा है। किसान फसल बोने‑काटने की योजना के लिए 48‑घंटे के रेनफाल पूर्वानुमान देखते हैं, जबकि अस्पतालें मौसम‑संबंधी रोगों की संभावनाओं को समझने के लिए वायु गुणवत्ता संकेतक पर नजर रखती हैं। ऊर्जा कंपनियां पवन और सौर उत्पादन को अनुकूलित करने के लिए समान्य मौसम मॉडल का उपयोग करती हैं, और पर्यटन operators मौसम‑सुरक्षित यात्रा पैकेज तैयार करने के लिए मौसम चेतावनी प्रणाली पर भरोसा करते हैं। हर मौसम‑सम्बन्धी घटना, चाहे वह दिल्ली की अचानक तेज़ बारिश हो या दरजीलीन में लैंडस्लाइड, IMD के रीयल‑टाइम रेडार और सैटेलाइट इमेजरी से पृष्ठभूमि मिलती है, जिससे स्थानीय प्रशासन समय पर बचाव कार्य शुरू कर सके। इस तरह उत्पन्न सिमेंटिक ट्रिपल्स – "IMD मौसम पूर्वानुमान प्रदान करता है", "बाढ़ चेतावनी आपदा प्रबंधन को निर्देशित करती है", "जलवायु परिवर्तन भविष्य के पूर्वानुमान को प्रभावित करता है" – सभी रोज़मर्रा के निर्णयों में परिलक्षित होते हैं।
नीचे आप विभिन्न लेखों और रिपोर्टों की एक सूची पाएँगे, जहाँ IMD की ताज़ा अलर्ट, प्रदेश‑विशिष्ट बाढ़ रिपोर्ट और जलवायु‑विज्ञान पर विशेषज्ञों की राय शामिल है। अगर आप अपने शहर की बारिश, तापमान या हवा की गति के बारे में सटीक जानकारी चाहते हैं, तो यह संग्रह आपका पहला स्रोत बन सकता है। चाहे आप किसान हों, यात्रा योजना बना रहे हों या बस घर पर रहकर मौसम देख रहे हों, यहाँ की खबरें आपको तुरंत समझने में मदद करेंगी कि अगला मौसम किस दिशा में जाएगा और किस तरह की तैयारियाँ करनी चाहिए।
इंडियन मौसम विज्ञान विभाग ने 26 सितम्बर को पश्चिम बंगाल, गुजरात और केरल में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। गुजरात में 27‑30 सितम्बर तक तेज़ वर्षा की संभावना है, जबकि दक्षिण गुजरात और सौरा त्रा में हल्की‑मध्यम बारिश जारी रहेगी। दिल्ली‑एनसीआर और उत्तर प्रदेश में मिलीजुली परिस्थितियाँ बनेंगी। सभी नागरिकों को बारी‑बारी से अपडेट लेते रहने और आवश्यक सुरक्षा उपाय अपनाने की सलाह दी गई है।
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