परिचय
डोनाल्ड ट्रंप द्वारा उपराष्ट्रपति पद के लिए चुने गए जे डी वेंस की कहानी न केवल प्रेरणादायक है, बल्कि अमेरिकी राजनीति में बदलाव की एक उत्कृष्ट मिसाल भी है। ओहायो के जूनियर सीनेटर वेंस का जीवन संघर्ष और समर्पण की कहानी है। 2016 में उनकी पुस्तक 'हिलबिली एलेगी' प्रकाशित हुई और यह रातों-रात उनकी पहचान बन गई। इस पुस्तक में उन्होंने अपने कठिन बचपन और समाज की समस्याओं को खुलकर उजागर किया है।
कठिन बचपन का सफर
मिडलटाउन, ओहायो में जन्मे और पले-बढ़े वेंस अपने दादा-दादी के देखरेख में बड़े हुए। उनके बचपन का समाजिक और आर्थिक संघर्ष उनकी पुस्तक का मुख्य विषय है। 'हिलबिली एलेगी' में, वेंस ने अपनी निजी और पारिवारिक समस्याओं के साथ-साथ अपने समुदाय की चुनौतियों का भी विवरण दिया है। इन समस्याओं में प्रमुख थी गरीबी, नशाखोरी और शिक्षा की कमी, जिससे उनका समुदाय जूझ रहा था।
राजनीति और सामाजिक दृष्टिकोण
वेंस के विचार और राजनीतिक दृष्टिकोण उनके अनुभवों से गहरे प्रभावित हैं। उनकी पुस्तक में उन्होंने अपने समुदाय की सामाजिक गतिशीलताओं और व्यवहारों की आलोचना की है, जिसे वह सामाजिक गिरावट की ओर इंगित करते हैं। वेंस के अनुसार, उनके समुदाय में व्यक्तिगत जिम्मेदारी और प्रयास का अभाव था, जो उनकी समस्याओं की जड़ थी।
ट्रंप के साथ बदलते समीकरण
शुरुआत में, वेंस 'नेवर-ट्रंपर' थे, यानी ट्रंप के खिलाफ थे। लेकिन समय के साथ, वेंस ने अपने विचारों में बदलाव किया और ट्रंप के समर्थक बन गए। यह परिवर्तन न केवल व्यक्तिगत रूप से महत्वपूर्ण था, बल्कि उनके राजनीतिक करियर के लिए भी फायदेमंद साबित हुआ। ट्रंप से समर्थन मिलने के बाद, वेंस ने ओहायो से सीनेट का चुनाव जीता।
राजनीति में कदम
संस्मरण की सफलता के बाद, वेंस ने अपने करियर को नई दिशा दी और राजनीति में कदम रखा। उन्होंने पहले वेंचर कैपिटल में काम किया, जहां उन्हें बिजनेस और वित्तीय समझ का ज्ञान मिला। लेकिन उनके असल पहचान की शुरुआत तब हुई जब उन्होंने सीनेट का चुनाव लड़ा। प्रारंभिक कठिनाइयों के बावजूद, ट्रंप के समर्थन ने उनके अभियान को नई दिशा दी।
सीनेटर के रूप में कार्य
सीनेटर बनने के बाद, वेंस ने ट्रंप की नीतियों का खुलकर समर्थन किया। उन्होंने पॉपुलिस्ट आर्थिक नीतियों का समर्थन किया और विभिन्न मुद्दों पर ट्रंप के विचारों को प्रतिबिंबित किया, जिनमें प्रमुख था गर्भपात। उनकी खासियत यह है कि वे ट्रंप की 'अमेरिका फर्स्ट' नीति के पक्षधर हैं।
राजनीतिक परिदृश्य में प्रमुखत
वेंस की यात्रा, एक मरीन के रूप में इराक में सेवा देने से लेकर एक बेस्टसेलिंग लेखक बनने और फिर एक प्रमुख राजनीतिक हस्ती बनने तक की, उन्हें एक महत्वपूर्ण राजनीतिक खिलाड़ी के रूप में प्रस्तुत करती है। उनकी कहानी बताती है कि कैसे एक व्यक्ति अपने अनुभवों और परिश्रम के दम पर राजनीति में बड़ा मुकाम हासिल कर सकता है।
निष्कर्ष
जे डी वेंस की कहानी का हर पहलू, बाधाओं को पार करने और राजनीति में एक ताकत बनने की कहानी है। उनके जीवन का संघर्ष और सफलता हमें यह सिखाता है कि हर स्थिति में समर्पण और संकल्प के साथ आगे बढ़ा जा सकता है। उनका यह सफर न केवल प्रेरणादायक है, बल्कि अमेरिकी राजनीति के बदलते परिदृश्य का प्रतीक भी है।
19 टिप्पणियाँ
Akash Vijay Kumar
इस किताब को पढ़ने के बाद मुझे लगा कि हम सबके जीवन में कुछ ऐसे पल होते हैं, जो हमें बदल देते हैं। वेंस की कहानी सिर्फ एक अमेरिकी की नहीं, बल्कि हर उस इंसान की है जो गरीबी, नशे और बेरोजगारी के बीच भी ऊपर उठना चाहता है।
मैंने अपने गाँव में कई ऐसे लोग देखे हैं जिन्होंने बिना किसी सहारे के अपना रास्ता बनाया। उनकी मेहनत का दर्द यही है कि कोई उनकी कहानी नहीं सुनता।
वेंस ने जो लिखा, वो बस एक आत्मकथा नहीं, एक आवाज़ है।
Dipak Prajapati
अरे भाई, ये सब बकवास है। एक आदमी ने अपनी गरीबी का बहाना बनाया, फिर एक किताब लिखी, और अब वो ट्रंप का दायरा बन गया? ये तो सिर्फ एक अच्छा बेजारी बेचने का तरीका है।
मेरे दादा ने दो बच्चों को पाला, दिन में दो काम किए, रात को टैक्सी चलाई - किताब लिखी? नहीं। बस जिया।
अब ये सब ‘हिलबिली एलेगी’ वाले लोग अमेरिका में राजनीति में घुस रहे हैं - बस इसलिए कि किसी ने उनकी गलतियों को ‘प्रेरणा’ बता दिया।
Mohd Imtiyaz
वेंस की कहानी में जो सबसे अहम बात है, वो है - बदलाव की इच्छा।
उन्होंने अपने वातावरण को बदलने की कोशिश नहीं की, बल्कि खुद को बदला। ये बहुत कम लोग कर पाते हैं।
हमारे यहाँ भी कई गाँवों में ऐसे युवा हैं जो पढ़ाई करके शहर आ गए, लेकिन अपने परिवार को भूल गए। वेंस ने अपने अतीत को नहीं छुपाया - उसे स्वीकार किया।
ये एक असली लीडरशिप का उदाहरण है - जहाँ आप अपने दर्द को बनाते हैं एक शक्ति।
अगर आपको लगता है कि ये सिर्फ एक बेस्टसेलर है, तो आपने इसे गहराई से नहीं पढ़ा।
इसमें एक आम अमेरिकी के दिल की धड़कन है - जो अपने आप को बचाने के लिए लड़ रहा है।
हमें भी अपने अंदर के वेंस को ढूंढना चाहिए।
arti patel
मुझे लगता है कि इस किताब को पढ़ने वाले लोग अपने अतीत को भी देख रहे होंगे। ये कोई सिर्फ राजनीतिक कहानी नहीं है - ये एक दर्द है जो कई घरों में छिपा है।
कभी-कभी हम इतने व्यस्त रहते हैं कि अपने आसपास के दर्द को नहीं देख पाते।
वेंस ने उस दर्द को बाहर निकाला।
Nikhil Kumar
मैंने इस किताब को अंग्रेजी में पढ़ा था। असली बात ये है कि वेंस ने अपने समुदाय की आलोचना की, लेकिन उसके बाद उसे बचाने का रास्ता ढूंढा।
उन्होंने अपने लोगों के लिए जिम्मेदारी ली।
हमारे यहाँ भी कई ऐसे लोग हैं जो अपने गाँव में आकर शिक्षा का काम कर रहे हैं - बिना किसी फेम के।
वेंस की कहानी उनके लिए भी प्रेरणा है।
हमें बस ये समझना है कि बदलाव बाहर से नहीं, अंदर से आता है।
और जो आदमी अपने अतीत को नहीं छुपाता, वो असली हीरो होता है।
Priya Classy
ये सब बहुत सुंदर है... लेकिन क्या आपने कभी सोचा कि ये कहानी जब ट्रंप के लिए उपयोगी हो गई, तो वो बस एक ब्रांड बन गई? वेंस ने अपनी आत्मकथा को एक उपकरण बना दिया।
प्रेरणा का नाम लेकर अपनी राजनीतिक ऊंचाई बढ़ाना - ये बहुत आम हो गया है।
Amit Varshney
श्रीमान वेंस के जीवन यात्रा का विश्लेषण करने पर एक स्पष्ट निष्कर्ष निकलता है कि व्यक्तिगत अधिकार, परिवारिक संरचना और सामाजिक समर्थन के अभाव में भी व्यक्ति अपनी चेतना के माध्यम से अपने भाग्य को परिवर्तित कर सकता है।
इस दृष्टिकोण से उनकी आत्मकथा एक सामाजिक विज्ञान के अध्ययन के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण स्रोत है।
उनकी राजनीतिक यात्रा का अध्ययन न केवल अमेरिकी राजनीति, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी गरीबी और उत्थान के बारे में गहन जानकारी प्रदान करता है।
One Love
ये कहानी मुझे रो देती है 🥹
हर बच्चे को ये मिलना चाहिए - एक आशा का दीपक।
वेंस ने बताया कि अगर तुम चाहोगे, तो तुम बदल सकते हो।
धन्यवाद जे डी 🙏
Vaishali Bhatnagar
किताब अच्छी है लेकिन ये बात नहीं कि जो गरीब है वो बहुत कम है।
हमारे यहाँ भी लाखों ऐसे हैं जिन्होंने कुछ नहीं लिखा लेकिन जिया।
कहानी सुनने से ज्यादा जियना जरूरी है।
Abhimanyu Prabhavalkar
अरे यार, ये वेंस तो बस अपनी गरीबी को बेच रहा है।
ट्रंप के लिए बना हुआ एक बाजार वाला नायक।
RANJEET KUMAR
ये कहानी हमें बताती है कि आप जहाँ से आए हैं, वो आपको नहीं बनाता।
आपका इरादा बनाता है।
हमारे यहाँ भी ऐसे लोग हैं - जो गाँव से आए, शहर में बसे, और आज बड़े नौकरी करते हैं।
अगर आप चाहें, तो आप भी बदल सकते हैं।
किताब नहीं, इरादा चाहिए।
Dipen Patel
वेंस की कहानी से मुझे अपने दादा की याद आ गई।
वो भी बहुत गरीब थे।
लेकिन उन्होंने कभी किसी से माफी नहीं मांगी।
उन्होंने बस काम किया।
मैं उनके बारे में बहुत गर्व करता हूँ।
धन्यवाद इस कहानी के लिए।
Sathish Kumar
क्या होता है जब एक आदमी अपने दर्द को लिख देता है?
वो बन जाता है एक नायक।
लेकिन क्या वो असली नायक है?
या बस एक अच्छा लेखक?
क्या आपको लगता है कि जो लोग बिना किताब लिए जिये, वो कम हैं?
क्या हम बस उन्हें याद करते हैं जब वो लिख जाएं?
Mansi Mehta
वेंस को ट्रंप के साथ जोड़ना बहुत अजीब है।
एक जो अपने समुदाय की गलतियों को बताता है, और एक जो उन्हें बढ़ावा देता है।
ये तो एक बड़ा विरोधाभास है।
Bharat Singh
इस आदमी ने अपनी जिंदगी बदल ली
हम क्यों नहीं बदल पा रहे?
क्या हम बस बहाने बना रहे हैं?
Disha Gulati
क्या आप जानते हैं कि वेंस को अमेरिका के गुप्त संगठनों ने बनाया है?
ये सब एक बड़ा फेक है - ट्रंप के लिए एक ब्रांडिंग ट्रिक।
उनकी किताब नहीं, एक प्रचार अभियान है।
आप लोग बस बेवकूफ बन रहे हो।
अगर आप गहराई से जानते तो जान जाते कि ये सब एक बड़ी साजिश है।
Sourav Sahoo
मैंने इस किताब को एक बार पढ़ा था।
मुझे लगा कि मैं उस आदमी के साथ हूँ।
उसके दर्द को मैंने महसूस किया।
और फिर मैंने देखा - वो अब ट्रंप के साथ है।
ये बदलाव दिल तोड़ देता है।
अगर आप अपने अतीत को बेचते हैं, तो आप खुद को बेच रहे हैं।
मैं उसे अब नहीं समझता।
Sourav Zaman
वेंस की बातें बहुत बेसिक हैं लेकिन उन्होंने इन्हें बहुत बड़े अंदाज़ में पेश किया है।
एक बेस्टसेलर लिखने के लिए आपको बस एक अच्छी कहानी चाहिए - और एक बड़ा नाम।
ये नहीं कि उनकी बातें गलत हैं - बस वो बहुत बेसिक हैं।
और अब वो एक सीनेटर हैं - ये तो बहुत हैरानी की बात है।
Avijeet Das
मैं वेंस की कहानी को दो तरह से देखता हूँ।
एक - एक आदमी ने अपने दर्द को बदल दिया एक शक्ति में।
दूसरा - उस शक्ति को किसी ने अपने लिए इस्तेमाल कर लिया।
क्या ये गलत है?
या ये जीवन का असली नियम है?
क्या हमें उस आदमी को दोष देना चाहिए जो अपने दर्द को बाहर लाया?
या हमें उन लोगों को दोष देना चाहिए जो उसे इस्तेमाल कर रहे हैं?
मुझे लगता है - हमें दोनों को समझना चाहिए।