अस्ट्रोसेज एक ऐसी घटना है जो खगोलीय और भूगोलीय ताकतों के बीच की जटिल बातचीत को दर्शाती है। अस्ट्रोसेज, पृथ्वी के मौसम और खगोलीय चक्रों के बीच का प्राकृतिक संबंध, जिसमें साइक्लोन, बारिश, और जलवायु परिवर्तन शामिल हैं। यह सिर्फ एक शब्द नहीं, बल्कि एक ऐसी घटना है जो हजारों लोगों की जिंदगी बदल सकती है। अस्ट्रोसेज के तहत आते हैं साइक्लोन मोंथा, आंध्र प्रदेश के तट पर टकराने वाला भयानक घूर्णी तूफान जिसने 1.2 मिलियन एकड़ फसल बर्बाद कर दी, और दरजीलीन लैंडस्लाइड, 300 मिमी बारिश के कारण हुआ भयानक भूस्खलन जिसमें 18 लोगों की जान चली गई। ये सब अस्ट्रोसेज के ही अलग-अलग पहलू हैं।
भारतीय मौसम विभाग हर दिन इन घटनाओं को ट्रैक करता है, लेकिन असली असर आम इंसान के घर पर पड़ता है। जब आंध्र प्रदेश में साइक्लोन मोंथा टकराया, तो न सिर्फ तटीय इलाके प्रभावित हुआ, बल्कि आगरा जैसे उत्तरी शहरों में भी तापमान गिर गया। दरजीलीन में बारिश ने न सिर्फ जमीन खींच ली, बल्कि नेपाल तक के लोगों को भी अपनी जिंदगी खोने के कगार पर ला खड़ा किया। ये सब अस्ट्रोसेज के असली रूप हैं—न कोई अंदाज़ा, न कोई रिपोर्ट, बल्कि जिंदगी और मौत का खेल।
इस वेबसाइट पर आपको ऐसी ही असली घटनाओं की लिस्ट मिलेगी। जहाँ बारिश के आंकड़े नहीं, बल्कि उस बारिश ने किसकी दुकान बहा दी, किसकी फसल बर्बाद कर दी, और किसके बच्चे स्कूल नहीं पहुँच पाए—ये सब बताया गया है। आप यहाँ नागालैंड की लॉटरी के नतीजे तक नहीं, बल्कि उस टिकट के पीछे छिपे आशाओं को भी देखेंगे। ये सब अस्ट्रोसेज के ही अलग-अलग रूप हैं, जो आपकी दिनचर्या, आय, और भविष्य को बदल सकते हैं।
मार्गशीर्ष अमावस्या 2025 19-20 नवंबर को आयोजित होगी, जिस पर पितृ पूजा, तिल तर्पण और ब्राह्मण भोजन से पूर्वजों को शांति मिलती है। यह दिन पितृ दोष वालों के लिए विशेष रूप से शुभ है।
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