इशान किशन का धमाकेदार शतक: घरेलू क्रिकेट में शानदार वापसी
भारतीय क्रिकेट के उभरते सितारे इशान किशन ने एक बार फिर से डोमेस्टिक क्रिकेट में अपने बेहतरीन खेल का प्रदर्शन करते हुए डुलेप ट्रॉफी में शतक जड़ा। यह शतक उनकी लंबे समय बाद हुई वापसी का प्रतीक है। इस प्रदर्शन के साथ किशन ने अपनी फॉर्म का सबूत दिया और राष्ट्रीय चयनकर्ताओं का ध्यान एक बार फिर अपनी ओर आकर्षित किया है।
भारत C के लिए गौरवशाली प्रदर्शन
अनंतपुर में खेले गए मुकाबले में भारत C की ओर से खेलते हुए इशान किशन ने भारत B के खिलाफ 121 गेंदों पर शतक बनाया। उनकी इस शानदार पारी में कई आक्रामक शॉट्स शामिल थे और यह प्रदर्शन उनके आत्मविश्वास और बल्लेबाजी कौशल का परिचायक था। किशन की इस पारी ने न केवल मैच को आकर्षित किया बल्कि डोमेस्टिक क्रिकेट में उनके महत्व को भी रेखांकित किया।
राष्ट्रीय टीम में वापसी की संभावनाएं
इशान किशन की इस प्रदर्शन का खास महत्व इस लिहाज से भी है कि भारतीय टीम के कुछ अहम अंतर्राष्ट्रीय सीरीज आने वाली हैं। आने वाले दो टेस्ट मैचों की घरेलू सीरीज में बांग्लादेश के खिलाफ किशन की संभावनाएं और भी बढ़ गई हैं। घरेलू क्रिकेट खिलाड़ियों के लिए राष्ट्रीय स्तर पर चयन का एक महत्वपूर्ण प्लेटफार्म है और किशन ने इसे बखूबी भुनाया है।
बीसीसीआई का घरेलू क्रिकेट पर जोर
बीसीसीआई के सचिव जय शाह ने एक बार फिर से इस बात पर जोर दिया कि खिलाड़ियों को राष्ट्रीय टीम में चयन के लिए घरेलू क्रिकेट में भाग लेना अत्यंत आवश्यक है। उनका कहना है कि खिलाड़ी तभी राष्ट्रीय टीम में चुने जाएंगे जब वे घरेलू क्रिकेट में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे।
किशन का रास्ता: अतीत और भविष्य
इशान किशन लंबे समय से भारतीय टीम का हिस्सा नहीं रहे हैं, लेकिन उनके इस दमदार प्रदर्शन ने उन्हें एक बार फिर से राष्ट्रीय टीम में वापसी की कतार में ला खड़ा किया है। उन्होंने न केवल अपने बल्लेबाजी की संभावनाओं को साबित किया है बल्कि उन्होंने चयनकर्ताओं को भी यह संदेश दिया है कि वे अभी भी राष्ट्रीय टीम के लिए संभावित उम्मीदवार हैं।
इस शतक के साथ किशन ने यह साबित कर दिया है कि घरेलू क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन करना राष्ट्रीय टीम में वापसी का मजबूत आधार बन सकता है। इस प्रदर्शन ने एक बार फिर से यह साबित कर दिया है कि मेहनत और समर्पण के साथ किसी भी खिलाड़ी के लिए पुनरागमन संभव है।
डुलेप ट्रॉफी में इशान किशन के इस शानदार प्रदर्शन ने क्रिकेट धुरंधरों और प्रशंसकों के बीच एक नई उम्मीद की किरण जगाई है। उनका यह शतक भारतीय क्रिकेट के भविष्य के लिए एक सुखद संकेत है।
13 टिप्पणियाँ
SONALI RAGHBOTRA
इशान किशन की यह वापसी वास्तव में एक प्रेरणादायक कहानी है। उन्होंने दिखाया कि लगातार मेहनत और लगन से बड़े लक्ष्य हासिल किए जा सकते हैं। घरेलू क्रिकेट में उनका शतक न केवल व्यक्तिगत उपलब्धि है, बल्कि युवा खिलाड़ियों के लिए एक उदाहरण है। इस प्रदर्शन से यह स्पष्ट होता है कि चयनकर्ता भी स्थायी फॉर्म को महत्व देते हैं। उनके आक्रमणात्मक शॉट्स ने दर्शकों को रोमांचित कर दिया। डुलेप ट्रॉफी जैसी महत्वपूर्ण टूर्नामेंट में बड़ा स्कोर बनाना आसान नहीं होता। फिर भी किशन ने अपने तकनीकी कौशल और मानसिक दृढ़ता से यह किया। यह पारी कई पहलुओं से सीखने योग्य है – व्यावहारिक तकनीक, ठंडा दिमाग, और दृढ़ता। उनकी इस सफलता से युवा बैटरों को यह समझ आता है कि निरंतर अभ्यास का फल जरूर मिलता है। साथ ही चयन प्रक्रिया में प्रदर्शन एक प्रमुख मानदंड है, यह भी स्पष्ट हुआ। बांग्लादेश के खिलाफ आगामी टेस्ट में उन्हें मौका मिलने की संभावना अब अधिक है। इस बात को देखते हुए, क्रिकेट बोर्ड को भी घरेलू प्रतिभाओं को और अधिक मंच देना चाहिए। खिलाड़ी अपने खेल को सुधारने के लिए लगातार प्रतिस्पर्धा में भाग लें, यही विकास का मूल है। इशान के इस शतक ने यह साबित कर दिया कि समय बड़ा ही बड़ा बाधा नहीं है। आशा है कि भविष्य में भी ऐसे कई शानदार पारीयाँ देखने को मिलेंगी। अंत में, सभी क्रिकेट प्रेमियों को उनके लिए बधाई और शुभकामनाएँ देना चाहूँगा।
sourabh kumar
वाह भाई, इशान की वापसी देखके पूरी इंडियन फैनबीस हाई हो गई! डुलेप ट्रॉफी में ऐसे शतक मारना आसान नहीं, लेकिन उन्होंने पूरी फीवर के साथ कर दिखाया। इस जीत से हमारे क्रिकेट में नया जोश आ गया है, चलो अब सब मिलके टीम को सपोर्ट करें।
चलो मिलके जश्न मनाते हैं!
khajan singh
इशान की पारी में काफी टैक्टिकल ग्राइंड था 😊। शॉट सिलेक्टिविटी और रनों की कॉन्टेक्स्ट वैल्यू दोनों बॉल्ड रहे। डोमेस्टिक लेवल पर ऐसा परफ़ॉर्मेंस आम नहीं।
क्रिकेट के एक्सपर्ट्स को इस डिटेल पर गौर करना चाहिए।
Dharmendra Pal
इशान ने इस शतक के साथ एक महत्वपूर्ण संदेश दिया है। लगातार मेहनत करने से ही सफलता मिलती है। उनका खेल तकनीकी और मानसिक दोनों पक्षों से मजबूत है। चयनकर्ताओं के लिये यह एक बड़ा संकेत है।
आगे भी ऐसे प्रदर्शन की आशा रखता हूँ।
Balaji Venkatraman
भारी उन्नतियों की जरूरत नहीं, केवल कड़ी मेहनत चाहिए।
Tushar Kumbhare
इशान की इस वापसी ने हमें एनेर्जी दे दी है! 💪
अभी के लिए यही कहूँगा कि अगर लक्ष्य स्पष्ट हो तो किसी भी कठिनाइयों को पार किया जा सकता है। चलो इस उत्साह को आगे भी बनाए रखें।
Arvind Singh
हूँ, इशान ने शतक बना दिया, लेकिन अब देखते हैं क्या वो निरंतर इस फॉर्म को बनाए रख पाते हैं। कभी‑कभी ऐसे चमकते सितारे जल्दी ही साँस ले लेते हैं।
Vidyut Bhasin
ओह, बहुत ही गहरी बात पूछ ली तुम्हें-शतक तो बना, पर असली सवाल है कि क्या उसके बाद भी वैसा ही दम रहेगा? शायद नहीं।
nihal bagwan
इशान की यह सफलता केवल व्यक्तिगत नहीं, यह राष्ट्रीय गौरव की झलक है। हमें अपने क्रिकेट को इस स्तर पर ले जाना चाहिए और वेब के बाहर भी झंडा लहराना चाहिए।
Arjun Sharma
इशान की पारी देखके तो पूरा इंडियन कंट्रोलर भी झुक गया होगा, ब्रो। ऐसी बिंदास शॉट्स का असर बड़ा होता है, मसल्स में एड्रेनालिन फुर्ती से परफॉर्म करवा देता है।
Sanjit Mondal
इशान की वापसी का महत्व सिर्फ अंकों में नहीं, बल्कि युवा खिलाड़ियों के मनोबल में भी है। हमें इस तरह के प्रदर्शन को पहचानते हुए उचित समर्थन देना चाहिए। इस अवसर पर चयनकर्ताओं को भी सतर्क रहना होगा और फॉर्म को निरंतर मान्य करना होगा।
विचारों को साझा करने के लिए धन्यवाद।
Ajit Navraj Hans
इशान ने शतक बनाया न, मतलब वह अब टॉप क्लास में है। पर क्या ये एकबारगी नहीं रहेगा, देखना अभी बाकी है
arjun jowo
इशान के इस शतक से यह स्पष्ट होता है कि घरेलू लीग में निरंतर प्रदर्शन कैसे अंतरराष्ट्रीय चयन को प्रभावित करता है। क्या आप सभी को लगता है कि इस परिणाम के बाद चयनकर्ता तुरंत उन्हें राष्ट्रीय टीम में जगह देंगे?