Beth Mooney की तेज़ शतक की कहानी
ऑस्ट्रेलिया की ओपनिंग बाट्समैन Beth Mooney ने महिला वनडे इतिहास में दोबारा तेज़ शतक का रिकॉर्ड बनाया। केवल 57 गेंदों में सौ रन बनाते हुए उसने शक्ति और सटीकता का अद्भुत मिश्रण दिखाया। शुरुआत से ही मोनी ने कट, पुल और हिट‑स्पॉट शॉट्स से भारतीय गेंदबाजों को चकमा दिया, जिससे अनगिनत सीमित मौके पर भी वह चारों ओर से स्कोर करती रही।
उसकी शतक यात्रा में 12 चौके और 5 छक्के शामिल थे, जो उसकी आक्रमणशील खेल शैली को स्पष्ट रूप से दर्शाते हैं। मोनी के इस फॉर्म को देखते हुए दर्शक तालियों की गड़गड़ाहट से भर गए, क्योंकि वह न केवल व्यक्तिगत माइलस्टोन हासिल कर रही थी, बल्कि टीम की बड़ी सफलता की नींव भी रख रही थी।

ऑस्ट्रेलिया का 400+ कुल: एक नया मील का पत्थर
मोनी के तेज़ शतक के बाद ऑस्ट्रेलिया ने अपने स्कोर को लगातार बढ़ाते हुए पहली बार भारत के खिलाफ 400 से अधिक रन का ऐतिहासिक टोटल बनाया। इस पारी में कुल 412 रन जमा हुए, जिसमें पूरी टीम की गहरी बैटिंग शक्ति झलकती है। ऑस्ट्रेलिया की टॉप ऑर्डर ने 200+ रन का साझेदारी बनाया, जबकि मिडल ऑर्डर ने हर गेंद पर दबाव बनाए रखा।
भारतीय बॉलिंग अटैक ने कई मोमेंट्स में विकेट लेकर गेंद को दबाने की कोशिश की, लेकिन ऑस्ट्रेलियन बल्लेबाजों ने हर फील्डिंग एरिया को साफ़ किया। स्कोरबोर्ड पर लगातार चारों रन, छक्के और बाउंड्री की गड़गड़ाहट ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
ऐसे बड़े लक्ष्य के सामने भारत को अब मुश्किल चुनौति का सामना करना पड़ेगा। 400+ लक्ष्य का मतलब केवल एक बड़े लक्ष्य को पार करना नहीं, बल्कि मानसिक रूप से भी बड़ी ताकत की जरूरत है। भारतीय बॉलिंग को अपने प्लान को फिर से सुधारना पड़ेगा, जबकि बैट्समैन को लगातार रनों की खोज में तेज़ी लानी होगी।
यह जीत ऑस्ट्रेलिया की महिला क्रिकेट में गहरी बेंच, रणनीतिक कोचिंग और निरंतर सुधार का परिणाम है। मोनी की शतक और टीम का विशाल स्कोर दोनों मिलकर महिलाओं के क्रिकेट में नई ऊँचाइयों की ओर संकेत करते हैं।