दशहरा का मौक़ा हर साल लाखों लोगों को छुट्टी का एहसास कराता है। स्कूल, कॉलेज और कई ऑफिस इस दिन बंद होते हैं, इसलिए लोग यात्रा या परिवार के साथ समय बिताने की योजना बनाते हैं। अगर आप भी इस बार कुछ नया करना चाहते हैं तो नीचे दी गई बातें मददगार होंगी।
सबसे पहले तय करें कि आप कितने दिनों की छुट्टी ले सकते हैं। अधिकांश लोग दो‑तीन दिन का ब्रेक लेते हैं, लेकिन अगर आप बडे़ शहर से दूर होना चाहते हैं तो एक या दो दिन जोड़ सकते हैं। टिकट बुकिंग जल्दी करने से आप सस्ते दाम में सीट या रूम पाते हैं।
ऑफ़लाइन बुकिंग की जगह ऑनलाइन पोर्टल पर कम फीस और रिव्यू देख कर बुक करना आसान है। यात्रा के दिन मौसम की भी जाँच कर लें, क्योंकि दशहरा के समय कई जगहों पर हल्का ठंडा या बारिश भी हो सकती है।
अगर आप कार से यात्रा कर रहे हैं तो रास्ते में पेट्रोल पंप, खाने‑पीने के स्टॉल और हॉस्पिटैलिटी पॉइंट्स की जानकारी पहले से रखें। इससे途中 में रुककर एसी या टॉयलेट की समस्या नहीं होगी।
भारत में दशहरा को लेकर कई शहर विशेष कार्यक्रम रखते हैं। जयपुर में राजस्थानी धूम, अमरावती में रामलीला, और पुआ में दंड प्रज्वालन बहुत मशहूर हैं। इन जगहों पर भीड़ अधिक होती है, इसलिए जल्दी पहुंचें।
यदि भीड़ से बचना चाहते हैं तो उत्तराखण्ड के नैनीताल, हिमाचल के शिमला या महाराष्ट्र के महाबलेश्वर जैसी शांति वाली जगहें चुन सकते हैं। इन जगहों में प्राकृतिक सुंदरता के साथ हल्की ठंड भी मिलती है, जिससे छुट्टी का मज़ा दो गुना हो जाता है।
परिवार के साथ अगर धार्मिक यात्रा पसंद है तो वैष्णव धर्म के प्रमुख स्थल – वाराणसी, पुष्कर या जगन्नाथ पुरी देख सकते हैं। इन शहरों में दशहरा के दौरान विशेष जुलूस और पूजा कार्यक्रम होते हैं।
खाना‑पिना भी छुट्टी का अहम हिस्सा है। दशहरा के समय राजस्थान में केसरिया लड्डू, बंगाल में मिठाई के दही मोर और पंजाब में सरसों का साग बहुत लोकप्रिय होते हैं। लोकल व्यंजनों को ट्राई करना न भूलें।
सुरक्षा का भी ध्यान रखें। भीड़ वाले इवेंट में अपने कीमती सामान को बनाये रखें और सोशल डिस्टेंसिंग की सलाह पर चलें। अगर आप अकेले यात्रा कर रहे हैं तो विश्वसनीय होटल या गेस्टहाउस बुक करें और रिव्यू देख कर ही रूम ले।
अंत में, यह दशहरा अवकाश आपके मनपसंद तरीके से बिताने पर निर्भर है। चाहे आप यात्रा करना चाहें, या घर पर आराम से टीवी देखना पसंद करें, योजना बनाकर आप बिना तनाव के आनंद ले सकते हैं। अब बस बैग पैक करके इस त्यौहार को यादगार बना दें।
कर्नाटक और तेलंगाना में 2025 में दशहरा अवकाश 24 सितंबर से 5 अक्टूबर तक रहेगा। कुछ जिलों में साप्ताहिक छुट्टियों और स्थानीय त्योहारों के साथ यह 12 से 17 दिन तक खिंच सकता है। अवकाश अवधि में नवरात्र, दुर्गा पूजा, महासप्तमी और महाअष्टमी शामिल हैं। स्कूलों ने सांस्कृतिक भागीदारी को ध्यान में रखकर कैलेंडर समायोजित किया है।
©2025 iipt.co.in. सर्वाधिकार सुरक्षित