कोलकाता डॉक्टर के बलात्कार-हत्या पर बढ़ता आक्रोश: ममता बनर्जी ने सीबीआई जांच की दी धमकी अगर रविवार तक नहीं मिले सुराग
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को कोलकाता के RG Kar अस्पताल में बलात्कार और हत्या के शिकार पोस्ट-ग्रेजुएट ट्रेनी डॉक्टर के घर का दौरा किया। यह दौरा दोपहर 12:45 बजे हुआ, जिसके दौरान मुख्यमंत्री ने मृतक के माता-पिता और परिजनों से मुलाकात की। इस घटनाक्रम ने पूरे राज्य में भारी आक्रोश और विरोध को जन्म दिया है।
बनर्जी ने मृतक के माता-पिता से मिलने के बाद कहा कि कोलकाता पुलिस इस मामले को सुलझाने के लिए कड़ी मेहनत कर रही है, लेकिन अगर वे रविवार तक किसी ठोस निष्कर्ष पर नहीं पहुंच पाते हैं, तो यह मामला केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) को सौंप दिया जाएगा। बनर्जी ने इस घटना को 'बेहद दर्दनाक' कहा और इस अपराध में शामिल लोगों को तुरंत सज़ा दिलाने की आवश्यकता पर जोर दिया।
मुख्यमंत्री ने आश्चर्य व्यक्त किया कि अस्पताल में नर्सों और सुरक्षा कर्मियों की उपस्थिति के बावजूद इस तरह की दुर्भाग्यपूर्ण घटना कैसे घट सकती है। उन्होंने बताया कि मृतक के परिजनों ने सुझाव दिया है कि अस्पताल के अंदर से ही किसी व्यक्ति की संलिप्तता हो सकती है। राज्य सरकार ने अस्पताल के प्रिंसिपल, MSVP, HOD और ASP को हटा दिया है और फॉरेन्सिक और वीडियो विभागों को जांच के लिए नियुक्त किया है।
इस अपराध के संबंध में एक नागरिक स्वयंसेवक को गिरफ्तार किया गया है। पूरी घटना ने अस्पताल और चिकित्सा समुदाय को हिला कर रख दिया है, जिसके परिणामस्वरूप डॉक्टरों ने इमरजेंसी सेवाओं को भी रोक दिया है। ये हड़ताल न केवल कोलकाता में बल्कि अन्य क्षेत्रों में भी समर्थन प्राप्त कर रही है। भारतीय निवास डॉक्टरों के संघ (FORDA) ने हड़ताल का समर्थन किया है और देशभर में चुनिंदा सेवाओं को रोकने का आह्वान किया है।
राज्य सरकार का कदम और पुलिस की जांच
इस बढ़ते आक्रोश को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार ने सभी वरिष्ठ डॉक्टरों की छुट्टियों को रद्द कर दिया है ताकि मरीजों की भीड़ को संभाला जा सके। इसके अलावा, कोलकाता पुलिस आयुक्त विनीत गोयल ने कहा कि अपराध स्थल के करीब मौजूद सभी व्यक्तियों और संभावित साजिशकर्ताओं को बुलाया जा रहा है। एक हेल्पलाइन नंबर भी स्थापित किया गया है, जहां डॉक्टर किसी भी प्रकार की शंका की रिपोर्ट कर सकते हैं।
पुलिस को यकीन है कि अगले कुछ दिनों में अगर अपराध में और लोग शामिल हैं तो उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा। इस घटना ने पूरे चिकित्सा समुदाय को एकजुट कर दिया है, और सभी लोग इस मामले को लेकर जागरूक और सचेत हो गए हैं।
सीबीआई जांच की मांग और राज्य की स्थिति
घटना के बाद पूरे राज्य में रोष की लहर दौड़ गई है। डॉक्टरों के हड़ताल से अस्पतालों की हालत बिगड़ गई है और मरीजों को भारी कष्ट का सामना करना पड़ रहा है।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की सीबीआई जांच की धमकी को देखते हुए, उम्मीद है कि पुलिस विभाग जल्द ही इस मामले को सुलझाने के लिए और अधिक सख्त कदम उठाएगी। इस प्रकार की घटनाओं से न केवल मेडिकल समुदाय, बल्कि पूरे समाज में डर और असुरक्षा का माहौल बन गया है।
इस घटना के माध्यम से यह स्पष्ट हो जाता है कि अस्पतालों में सुरक्षा और निगरानी व्यवस्था में सुधार की आवश्यकता है। इस प्रकार का अपराध अस्पताल जैसे स्थान पर बिल्कुल नहीं होना चाहिए था, और इसमें शामिल सभी दोषियों को कानूनी सज़ा दी जानी चाहिए।
डॉक्टर के बलात्कार और हत्या का यह मामला न केवल कानूनी दृष्टिकोण से, बल्कि मानवता की दृष्टि से भी बहुत ही संवेदनशील और ज्वलंत है। सभी लोगों को उम्मीद है कि जल्द ही इस घटना के दोषियों को पकड़ लिया जाएगा और न्याय मिलेगा।
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