भारतीय व्यावसायिक जगत के एक प्रतिष्ठित नाम, विनीत नैयर का 85 वर्ष की आयु में निधन हो गया है। नैयर ने अपने करियर के दौरान सार्वजनिक और निजी दोनों क्षेत्रों में विभिन्न नेतृत्व पदों पर काम किया, जिनमें गैस अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (GAIL) और HCL कॉर्पोरेशन शामिल हैं।
विनीत नैयर ने टेक महिंद्रा में कार्यकारी उपाध्यक्ष के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान एक महत्वपूर्ण प्रभाव डाला। उन्होंने महिंद्रा द्वारा सत्यम के महत्वपूर्ण अधिग्रहण के दौरान कंपनी का नेतृत्व किया और बाद में हुए विलय की देखरेख की। उनकी व्यावसायिक सूझ-बूझ और नेतृत्व को व्यापक रूप से सम्मान दिया जाता था।
नैयर के निधन पर उद्योग के दिग्गजों ने श्रद्धांजलि दी है। महिंद्रा समूह के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने एक लंबी श्रद्धांजलि साझा करते हुए नैयर को 'भारतीय व्यावसायिक परिदृश्य में एक बड़े से बड़ा व्यक्तित्व' करार दिया। टेक महिंद्रा के पूर्व एमडी और सीईओ सीपी गुरनानी ने नैयर के निधन की खबर को 'हृदयविदारक' बताया और कहा कि नैयर एक दोस्त, दार्शनिक, भाई, मार्गदर्शक और उत्कृष्ट राजनेता थे।
टेक महिंद्रा और नैसकॉम सहित भारतीय प्रौद्योगिकी उद्योग ने भी विनीत नैयर के निधन पर शोक व्यक्त किया और X पर श्रद्धांजलि पोस्ट की। नैयर का योगदान इन संगठनों के विकास में महत्वपूर्ण रहा है।
एक प्रभावशाली करियर
विनीत नैयर के पास एक लंबा और विविध करियर था। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत सरकारी क्षेत्र में की और गैस अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (GAIL) में महत्वपूर्ण भूमिकाएँ निभाईं। बाद में, वह HCL कॉर्पोरेशन में शामिल हुए और कंपनी के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
हालाँकि, नैयर का सबसे उल्लेखनीय योगदान टेक महिंद्रा में उनके समय के दौरान आया। जब महिंद्रा ने सत्यम का अधिग्रहण किया, तो नैयर ने कंपनी का नेतृत्व किया और इस महत्वपूर्ण संक्रमण काल के दौरान मार्गदर्शन प्रदान किया। उनके नेतृत्व में, टेक महिंद्रा ने सत्यम के साथ सफलतापूर्वक विलय किया और आईटी सेवा क्षेत्र में एक प्रमुख खिलाड़ी के रूप में उभरा।
एक सम्मानित नेता
विनीत नैयर न केवल एक कुशल व्यावसायिक नेता थे, बल्कि एक सम्मानित व्यक्ति भी थे। उनके सहयोगी उन्हें एक दयालु, परोपकारी और प्रेरणादायक व्यक्ति के रूप में याद करते हैं। वह हमेशा अपनी टीम के सदस्यों का मार्गदर्शन और समर्थन करने के लिए तैयार रहते थे।
नैयर के नेतृत्व ने टेक महिंद्रा और अन्य संगठनों में काम करने वाले लोगों को प्रेरित किया। उनका दूरदर्शी दृष्टिकोण और रणनीतिक सोच ने कंपनियों को नई ऊंचाइयों पर पहुंचने में मदद की। उनके मार्गदर्शन में, टीमों ने महत्वपूर्ण परियोजनाओं को सफलतापूर्वक पूरा किया और उल्लेखनीय विकास हासिल किया।
एक स्थायी विरासत
विनीत नैयर एक ऐसी विरासत छोड़ गए हैं जो लंबे समय तक याद की जाएगी। उन्होंने भारतीय व्यावसायिक क्षेत्र में एक अमिट छाप छोड़ी है और उनका प्रभाव आने वाले वर्षों तक महसूस किया जाएगा। उनके योगदान ने न केवल उन कंपनियों को आकार दिया जिनका उन्होंने नेतृत्व किया, बल्कि पूरे उद्योग को भी प्रभावित किया।
नैयर के जीवन और करियर कड़ी मेहनत, दृढ़ संकल्प और नेतृत्व की भावना के प्रतीक हैं। वह युवा पेशेवरों के लिए एक आदर्श थे और उन्होंने अपने आसपास के लोगों को बेहतर प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित किया। उनकी विरासत निस्संदेह आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेगी।
निष्कर्ष
विनीत नैयर के निधन ने भारतीय व्यावसायिक समुदाय में एक बड़ी क्षति छोड़ी है। उनका जीवन उत्कृष्टता, नेतृत्व और समर्पण का प्रतीक था। भले ही वह अब हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनकी विरासत हमेशा जीवित रहेगी। उनकी कहानी और उपलब्धियां आने वाले वर्षों में लोगों को प्रेरित करती रहेंगी।
हम विनीत नैयर को उनके योगदान और प्रभाव के लिए सलाम करते हैं। उन्होंने न केवल अपने संगठनों को आकार दिया, बल्कि पूरे उद्योग पर एक स्थायी प्रभाव भी डाला। उनकी कमी बेहद खलेगी, लेकिन उनकी स्मृति और सिखाए गए सबक हमेशा हमारे साथ रहेंगे। विनीत नैयर का जीवन साबित करता है कि एक व्यक्ति कड़ी मेहनत, समर्पण और अखंडता के माध्यम से क्या हासिल कर सकता है।
19 टिप्पणियाँ
Mohd Imtiyaz
विनीत नैयर जी का नेतृत्व सिर्फ कंपनियों के लिए नहीं, बल्कि पूरे भारतीय IT उद्योग के लिए मार्गदर्शक था। उन्होंने जो वैल्यूज बनाईं, वो अभी भी हमारे साथ हैं।
arti patel
उनकी शांति और गहराई को याद करके दिल भारी हो गया। ऐसे लोग बहुत कम मिलते हैं जो बिना आवाज उठाए बड़ा बदलाव ला दें।
Nikhil Kumar
मैंने उन्हें एक वर्कशॉप में सुना था, और उस दिन मेरी सोच बदल गई। उन्होंने कहा था - 'टेक्नोलॉजी बदलती है, लेकिन इंसानियत नहीं।' आज भी यह बात मेरे लिए गाइडलाइन है।
Priya Classy
क्या आपने कभी सोचा कि इन लोगों की विरासत के बाद अब कौन बाकी बचा है? हर कोई नए नाम ढूंढ रहा है, लेकिन जो असली दिल था, वो तो चला गया।
Amit Varshney
विनीत नैयर के निधन के संदर्भ में, उनके व्यावसायिक योगदान की गहराई को समझना आवश्यक है। उन्होंने भारतीय उद्योग में नैतिकता और व्यावहारिकता का संगम स्थापित किया।
One Love
रात को उनके बारे में सोचकर आँखें भर आईं 😢 उन्होंने न सिर्फ कंपनी बनाई, बल्कि लोगों को बनाया। श्रद्धांजलि।
Vaishali Bhatnagar
उनका अंदाज़ बहुत अलग था बिना शोर के सब कुछ संभाल लेना वो असली ताकत है आजकल तो जो ज्यादा चिल्लाता है वो ही नेता बन जाता है
Abhimanyu Prabhavalkar
अच्छा तो अब इन लोगों के बाद हम अपने अपने लैपटॉप पर बैठकर बॉस को बताएंगे कि हम भी इंसान हैं? 😏
RANJEET KUMAR
विनीत नैयर जी ने बताया कि लीडरशिप बातों से नहीं बल्कि कामों से होती है। उनके बिना अब हर कोई बोल रहा है, लेकिन कोई काम नहीं कर रहा।
Dipen Patel
उनकी यादों को हमेशा जिंदा रखेंगे ❤️ जिन्होंने बिना फेम के बड़ा काम किया, उनकी कहानी असली प्रेरणा है।
Sathish Kumar
सब कुछ बदल गया अब लोग फोन पर बात करते हैं नहीं आँखों में देखकर बात करते हैं वो लोग जो दिल से बात करते थे वो नहीं रहे
Mansi Mehta
अरे यार, ये सब श्रद्धांजलि तो बस एक बार के लिए होती है फिर लोग अपने नए ट्रेंड्स पर चले जाते हैं
Bharat Singh
एक बार उनकी बात सुनी तो जिंदगी बदल गई 💪
Disha Gulati
क्या ये सब एक बड़ा बिजनेस प्लान है कि एक बूढ़े आदमी को मारकर उसकी याद में कंपनी ब्रांडिंग कर ली जाए और फिर उनके लोगों को बर्खास्त कर दिया जाए जैसे सत्यम के बाद हुआ
Sourav Sahoo
उनके निधन के बाद जितने लोग श्रद्धांजलि दे रहे हैं, उतने ही उनके जिंदा होने पर उनके बारे में बात करने से बचते थे। ये दुनिया है भाई।
Sourav Zaman
नैयर जी के बाद कोई लीडर नहीं बचा क्योंकि आज के लीडर्स तो बस एमबीए से बनते हैं ना जिनके पास दिल नहीं होता
Avijeet Das
मुझे लगता है उनकी विरासत को समझने के लिए हमें उनके समय की चुनौतियाँ भी देखनी चाहिए। आज का दौर और उसका दौर दोनों अलग थे।
Sachin Kumar
उनके निधन के बाद उनके निर्णयों की वैल्यू अब और भी अधिक स्पष्ट हो गई है। व्यावसायिक नेतृत्व का असली मानक निर्माण किया गया।
Ramya Dutta
क्या आप जानते हैं कि इन लोगों को श्रद्धांजलि देने के बाद भी कंपनियाँ उनके लोगों को फायर कर देती हैं? बस नाम बचाने के लिए ये सब हो रहा है।