कटक के बाराबती स्टेडियम में एक ऐतिहासिक जीत के साथ भारत ने दक्षिण अफ्रीका को 101 रनों से धूल चटा दी। नवंबर 9, 2025 को शाम 7 बजे शुरू हुई इस टी20आई में भारत ने 175/6 का स्कोर खड़ा किया, जिसके जवाब में दक्षिण अफ्रीका केवल 74 रन ही बना पाया — टी20आई इतिहास में उनका सबसे कम स्कोर। ये नहीं, बल्कि यह मैच भारतीय क्रिकेट के लिए एक ऐसा दिन बन गया जिसे आज भी याद किया जाएगा।
एक दिन में तीन ऐतिहासिक मील के पत्थर
हार्दिक पंड्या ने अपने 28 गेंदों में 59* रन बनाए और साथ ही टी20आई में अपना 100वां छक्का जड़ा। ये उनकी कैरियर की एक अनोखी उपलब्धि है — केवल चौथे खिलाड़ी जो इस आंकड़े तक पहुंचे। लेकिन ये था बस शुरुआत।
तिलक वर्मा ने अपने 23वें जन्मदिन से पहले ही टी20आई में 1,000 रन पूरे किए — भारत के सभी समय के सबसे युवा खिलाड़ी बनकर। उनकी शुद्ध बल्लेबाजी ने इस मैच को एक नई पीढ़ी की शुरुआत का प्रतीक बना दिया।
और फिर आया जसप्रीत बुमराह। उन्होंने इस मैच में अपना 100वां टी20आई विकेट लिया — और साथ ही, भारतीय क्रिकेट के इतिहास में पहले ऐसे गेंदबाज बन गए जिन्होंने टेस्ट, वनडे और टी20आई तीनों प्रारूपों में मिलाकर 100 विकेट पूरे किए। ये उपलब्धि एक अनोखी रिकॉर्ड है, जिसे अभी तक कोई भारतीय बॉलर नहीं बना पाया।
दक्षिण अफ्रीका का शर्मनाक ध्वंस
जब दक्षिण अफ्रीका ने टॉस जीतकर पहले फील्डिंग का फैसला किया, तो सबने सोचा कि ये एक सामान्य टी20आई होगा। लेकिन जब उनके बल्लेबाज बार-बार बाहर निकले, तो दर्शकों के चेहरे पर हैरानी छा गई।
12.3 ओवर में उनका स्कोर 74 रन था — टी20आई इतिहास में उनका सबसे कम स्कोर। अगर आप इसे अनुपात में देखें, तो ये 3.7 रन प्रति ओवर की दर है। दक्षिण अफ्रीका के बल्लेबाजों के लिए ये एक निराशाजनक दिन था। डेवाल्ड ब्रेविस ने 14 गेंदों में 22 रन बनाए, लेकिन बाकी सब लगभग अनुत्तीर्ण रहे।
अक्षर पटेल ने सिर्फ 2 ओवर में 7 रन देकर 2 विकेट लिए। उनकी स्पिन ने दक्षिण अफ्रीका के बल्लेबाजों को बिल्कुल बेकाबू कर दिया। दूसरी ओर, लंगी न्गिडी ने 4 ओवर में 3 विकेट लिए, लेकिन उनके बाद कोई बल्लेबाज नहीं आया।
विराट कोहली की शानदार श्रृंखला
इस श्रृंखला में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी विराट कोहली ही रहे — 302 रन के साथ। ये उनकी टी20आई श्रृंखला में एक अद्वितीय उपलब्धि है। उन्होंने इस श्रृंखला में न केवल रन बनाए, बल्कि टीम को एक निर्णायक दिशा भी दी।
कोहली के लिए ये एक ऐसा अवसर था जहां उन्होंने निर्णायक बल्लेबाजी के साथ नेतृत्व का भी नया रूप दिखाया। उनके बाद शुभमन गिल और सूर्यकुमार यादव ने भी अपनी जगह बनाई, लेकिन कोहली ने इस श्रृंखला को अपनी छाप से भर दिया।
श्रृंखला जारी है — चौथा टी20आई 17 दिसंबर को
भारत ने इस श्रृंखला के तीन मैचों में से दो जीते, और अब यह श्रृंखला चौथे टी20आई के साथ आगे बढ़ रही है। बोर्ड ऑफ कंट्रोल फॉर क्रिकेट इन इंडिया (BCCI) की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार, चौथा मैच 17 दिसंबर, 2025 को शाम 5:30 बजे आयोजित किया जाएगा।
इसका मतलब ये नहीं कि श्रृंखला अब चार मैचों की हो गई है — बल्कि ये एक नया अध्याय शुरू हो रहा है। दक्षिण अफ्रीका के लिए ये एक बचाव का मौका है। उन्हें अपनी बल्लेबाजी को बहाल करना होगा, और भारत के लिए ये एक और बड़ा रिकॉर्ड बनाने का अवसर है।
बाराबती स्टेडियम: एक ऐतिहासिक मैदान
ये मैच बाराबती स्टेडियम, कटक में खेला गया — ओडिशा का एक ऐसा मैदान जो अब तक कई ऐतिहासिक मैचों का गवाह रहा है। लगभग 45,000 दर्शकों की क्षमता वाला ये स्टेडियम देश के पूर्वी भाग में क्रिकेट के लिए एक शक्तिशाली केंद्र बन गया है।
इसके बाद भी भारत के घरेलू मैचों की बढ़ती लोकप्रियता का एक और सबूत है। ये नहीं कि बस मुंबई या दिल्ली ही क्रिकेट के लिए जिम्मेदार हैं — अब ओडिशा भी अपनी जगह बना रहा है।
भविष्य क्या लाएगा?
इस जीत के बाद भारत की टी20आई रैंकिंग ऊपर चढ़ेगी। दूसरी ओर, दक्षिण अफ्रीका को अपने बल्लेबाजी के निर्माण पर फिर से काम करना होगा। विशेषज्ञों का मानना है कि अगर वे अगले मैच में भी इसी तरह खेलते हैं, तो उनकी विश्व कप की तैयारी खतरे में पड़ सकती है।
इस श्रृंखला के बाद भारत के लिए अगला बड़ा टूर्नामेंट आईसीसी टी20 विश्व कप है। बुमराह की विकेट लेने की क्षमता, पंड्या की अंतिम ओवरों की बल्लेबाजी, और तिलक वर्मा की युवा ऊर्जा — ये सब भारत के लिए एक बड़ा फायदा है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
क्या यह दक्षिण अफ्रीका का सबसे कम स्कोर टी20आई में है?
हां, 74 रन दक्षिण अफ्रीका का टी20आई इतिहास में सबसे कम स्कोर है। पिछला रिकॉर्ड 80 रन था, जो 2018 में न्यूजीलैंड के खिलाफ बना था। इस बार उनकी बल्लेबाजी पूरी तरह असफल रही — 20 ओवर में सिर्फ 12.3 ओवर खेल पाना और 74 रन बनाना उनके लिए एक शर्मनाक अनुभव रहा।
जसप्रीत बुमराह के 100 विकेट तीनों प्रारूपों में क्यों इतने खास हैं?
भारत के इतिहास में कोई भी गेंदबाज अब तक टेस्ट, वनडे और टी20आई में मिलाकर 100 विकेट नहीं ले पाया। बुमराह इस उपलब्धि में पहले आए। ये न सिर्फ उनकी लगातार शानदार भूमिका का सबूत है, बल्कि उनकी लचीलापन और अनुकूलन क्षमता का भी।
तिलक वर्मा कैसे बने भारत के सबसे युवा 1,000 रन बनाने वाले खिलाड़ी?
तिलक वर्मा ने 22 साल 11 महीने की उम्र में 1,000 टी20आई रन पूरे किए। पिछला रिकॉर्ड रोहित शर्मा के नाम था, जिन्होंने 23 साल 4 महीने की उम्र में यह उपलब्धि हासिल की थी। तिलक की शुद्ध बल्लेबाजी और शुरुआती ओवरों में बल्लेबाजी की क्षमता ने इसे संभव बनाया।
चौथा टी20आई क्यों खेला जा रहा है, जब श्रृंखला तीन मैचों की थी?
बीसीसीआई ने इस श्रृंखला को तीन मैचों के बाद भी बढ़ाने का फैसला किया है — शायद दर्शकों की बढ़ती रुचि और टीमों की तैयारी के लिए। यह एक नया ट्रेंड है, जिसमें श्रृंखलाएं अब बाहर निकलकर अतिरिक्त मैचों के साथ जुड़ रही हैं।
क्या यह जीत भारत की विश्व कप तैयारी के लिए महत्वपूर्ण है?
बिल्कुल। दक्षिण अफ्रीका एक टॉप-टीम है, और इस तरह की बड़ी जीत भारत के लिए आत्मविश्वास बढ़ाती है। बुमराह की फॉर्म, पंड्या की अंतिम ओवरों की बल्लेबाजी और युवा बल्लेबाजों की निरंतरता — ये सब विश्व कप के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।
क्या बाराबती स्टेडियम अब भारत का एक महत्वपूर्ण क्रिकेट स्थल बन गया है?
हां। इस स्टेडियम ने पिछले कुछ वर्षों में कई बड़े मैचों की मेजबानी की है। दर्शकों का उत्साह, खेल के लिए उत्कृष्ट वातावरण और बेहतरीन व्यवस्था ने इसे एक शीर्ष गंतव्य बना दिया है। अब यह दिल्ली या मुंबई के बाद भारत का तीसरा सबसे महत्वपूर्ण क्रिकेट स्थल बन चुका है।