भारत और आयरलैंड के बीच T20 विश्व कप 2024 का एक महत्वपूर्ण मुकाबला न्यूयॉर्क के Nassau County अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में खेला गया। इस मैच में एक खास घटना ने फिर से सुर्खियां बटोरीं, जब स्टेडियम भर में गूंजते रहे मशहूर नारे 'कोहली को बॉलिंग दो'। यह नारा विराट कोहली की असीम लोकप्रियता का प्रतीक है। यह पहली बार नहीं है जब यह नारा गूंजा हो, बल्कि ODI विश्व कप 2023 में भी भारतीय दर्शकों ने इसे व्यापक रूप से दोहराया था।
इस नारे के पीछे की कहानी भी बेहद दिलचस्प है। यह नारा तब प्रमुखता पाई जब भारतीय दर्शकों ने ODI विश्व कप 2023 के दौरान विराट कोहली को गेंदबाजी करने का आग्रह किया। उस टूर्नामेंट के एक मैच के दौरान, कोहली को वास्तव में गेंदबाजी करते हुए देखा गया था, जिसने दर्शकों की खुशी को कई गुना बढ़ा दिया। यही नहीं, इस भावना ने IPL के दौरान भी अपनी छाप छोड़ी, जब Royal Challengers Bengaluru (RCB) के मैचों में दर्शकों ने वही नारा फिर से दोहराया।
विराट कोहली की बैटिंग और बॉलिंग प्रशंसा
जिस तरह से दर्शकों ने एक बार फिर 'कोहली को बॉलिंग दो' का नारा दिया, उससे यह स्पष्ट है कि विराट कोहली एकमात्र क्रिकेटर हैं जिनकी बैटिंग और बॉलिंग दोनों को समान रूप से पसंद किया जाता है। उनकी हर अदाएं दर्शकों के दिल को छू लेने वाली होती हैं। यह मैच इस लिहाज से इसलिए भी खास था क्योंकि कोहली और रोहित शर्मा ने इस मैच की ओपनिंग की थी। लेकिन दुर्भाग्य से, कोहली इस मैच में केवल एक अंक ही बना पाए और T20 विश्व कप में पहली बार एक अंक से कम पर आउट हुए।
कोहली का आगामी मैचों में प्रदर्शन
हालांकि, कोहली की इस आउटिंग ने उनकी प्रतिभा पर कोई असर नहीं डाला है। RCB के लिए ओरेन्ज कैप विजेता और न जाने कितने रिकॉर्डों के मालिक, कोहली का ध्यान अब अगले मैच इंड vs पाक पर है जो नौ जून को न्यूयॉर्क में खेला जाएगा। इसका मतलब यह है कि कोहली अपनी पूरी ताकत और उत्साह के साथ मैदान में उतरेंगे और देखना बेहद रोमांचक होगा कि वह कैसे इस मैच को नियंत्रित करते हैं।
इसी मैच में कोहली की फील्डिंग भी शानदार रही। उन्होंने कुछ बेहतरीन कैच लपटे और कठिन मौकों पर अपनी टीम को संभाला। कोहली की खेल की मानसिकता और मैदान पर उनके धैर्य की जितनी तारीफ की जाए कम है। जब वह अपनी बल्लेबाजी के दौरान फॉर्म में हो जाते हैं तो मानो मैदान का हर कोना उनका ही होता है।
विश्व कप के पहले मैच में कोहली का प्रदर्शन
भारत और आयरलैंड का यह मैच भी T20 विश्व कप 2024 में कोहली का पहला मैच था। यह हमेशा उनके फैंस के लिए उत्साहजनक होता है कि वह कैसे मैदान में उतरते हैं और कितनी ऊर्जा के साथ खेलते हैं। हालांकि इस बार कोहली को जो मौका मिला, उसे वह भुना नहीं सके और जल्दी आउट हो गए। यह बात निराशाजनक हो सकती है, लेकिन उनके प्रति उनके प्रशंसकों का समर्थन कभी कम नहीं होता।
कोहली की इनकमिंग मैचों में भी वीडियो और फोटोज सोशल मीडिया पर वायरल होंगे और फैंस का समर्थन उन्हें बार-बार याद दिलाएगा कि वह क्रिकेट के कितने बड़े स्टार हैं। अगले कुछ मैचों में कोहली की प्रदर्शन करने की क्षमता देखनी भी रोचक होगी, खासतौर पर जब टीम इंडिया को बड़े और महत्वपूर्ण मैचों में उनकी ज़रूरत होगी।
न्यूयॉर्क में मैच की तैयारी
आगामी मैच में कोहली की भूमिका फिर से निर्धारक हो सकती है। यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या उन्हें गेंदबाजी करने का मौका मिलता है या नहीं। दर्शकों की मांग शायद एक बार फिर पूरी हो और कोहली गेंदबाज़ी के लिए मैदान में उतरें। इस तैयारी के दौरान टीम इंडिया के कोच और टीम मैनेजमेंट द्वारा लिए गए निर्णय भी महत्वपूर्ण होंगे।
इससे पहले के मैचों में हमारी टीम के प्रदर्शन और प्रत्येक खिलाड़ी की व्यक्तिगत तैयारी यह दिखाती है कि हम एक मजबूत टीम के साथ विश्व कप में आए हैं। हर खिलाड़ी का फॉर्म और फिटनेस इस टूर्नामेंट में महत्वपूर्ण है और टीम के सामूहिक प्रयास से हम जीत की तरफ बढ़ सकते हैं।
इस विश्व कप में टीम इंडिया ने रणनीतिक तौर पर बहुत प्रभावी ढंग से तैयारी की है। चाहे बैटिंग लाइनअप हो या बॉलिंग यूनिट, हम प्रत्येक दिशा में संतुलित और संगठित हैं। हालांकि टीम मैनजमेंट को यह भी देखना होगा कि किसी प्रकार की कोई कमी न रह जाए।
9 टिप्पणियाँ
Akash Vijay Kumar
ये नारा सिर्फ एक नारा नहीं, एक भावना है। जब भी 'कोहली को बॉलिंग दो' सुनता हूँ, तो लगता है जैसे पूरा स्टेडियम एक दिल से दौड़ रहा हो। वो बल्लेबाज़ी करते हैं, फील्डिंग करते हैं, और अगर मौका मिले तो बॉलिंग भी कर देते हैं। ऐसा कौन है जिसकी इतनी बहुमुखी प्रतिभा हो? दुनिया भर में ये नारा सुनकर गर्व होता है।
Dipak Prajapati
अरे भाई, ये सब नारे बस एक बेवकूफ़ी है। कोहली बॉलिंग करेंगे? उनकी बॉलिंग तो अगले मैच में भी नहीं दिखेगी। इतनी ज़िद क्यों? वो बल्लेबाज़ हैं, गेंदबाज़ नहीं। ये फैंस तो बस एक नाम के पीछे भाग रहे हैं। वो जितना भी बल्ला मारें, बॉलिंग का नाम नहीं लेना चाहिए।
Mohd Imtiyaz
सच तो ये है कि कोहली की बॉलिंग का इतिहास काफी अच्छा रहा है। 2016 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उन्होंने 3 ओवर में 17 रन दिए और 2 विकेट लिए। वो बॉलिंग करते समय भी अपना दिमाग चलाते हैं। अगर टीम को बॉलिंग में बदलाव चाहिए, तो उन्हें एक ओवर देना बेहतर होगा। फील्डिंग और बैटिंग के बाद भी वो दिल से खेलते हैं।
arti patel
मैं तो सिर्फ ये कहना चाहती हूँ कि वो जो भी करते हैं, वो अपने दिल से करते हैं। चाहे बल्ला मारें या फील्ड में दौड़ें। उनकी लगन देखकर लगता है कि ये आदमी क्रिकेट के लिए जन्मा है। इस बार उनका स्कोर अच्छा नहीं रहा, लेकिन उनकी मेहनत देखकर दिल भर गया।
Nikhil Kumar
कोहली को बॉलिंग देना बस एक जोक नहीं, ये एक विश्वास है। जब वो गेंद फेंकते हैं, तो लगता है जैसे वो बल्लेबाज़ को घुटनों पर ला देंगे। उनकी बॉलिंग अक्सर निराशाजनक लगती है, लेकिन उनका दिमाग और रणनीति हमेशा अलग होती है। अगर टीम को दबाव बनाना है, तो उन्हें एक ओवर देना चाहिए। उनकी ऊर्जा टीम के लिए बहुत काम आती है।
Priya Classy
उनकी बैटिंग का रिकॉर्ड बहुत अच्छा है, लेकिन इस बार उन्होंने एक रन भी नहीं बनाया। ये असफलता बहुत बड़ी है। वो जो भी करते हैं, वो अपने आप को बहुत ऊँचा रखते हैं। लेकिन अब तो उनका फॉर्म भी गिर रहा है। ये नारे सिर्फ एक भावनात्मक बहाना है।
Amit Varshney
विराट कोहली की खेल की नैतिकता, उनकी अनुशासन की भावना, और टीम के प्रति उनकी निष्ठा को दुनिया भर में सराहा जाता है। उनके बैटिंग के अलावा उनकी फील्डिंग और बॉलिंग के प्रति भी उत्साह एक अद्वितीय घटना है। इस तरह के खिलाड़ियों के लिए नारे नहीं, बल्कि सम्मान की आवश्यकता होती है।
One Love
कोहली को बॉलिंग दो 😍🔥 ये नारा तो अब एक रिलीज़ हो गया है। जब भी सुनता हूँ, तो दिल दहल जाता है। वो बल्ला मारें या गेंद फेंकें, वो हमेशा जीतने की भावना लेकर आते हैं। अगला मैच देखना है, वो अपनी बॉलिंग से हमें चौका देंगे 😭❤️
Vaishali Bhatnagar
कोहली को बॉलिंग दो