कोहिमा एक ऐसी जगह है जहाँ पहाड़ों की चोटियाँ और लोगों की जिद्द एक हो जाती हैं। कोहिमा, नागालैंड की राजधानी और उत्तर-पूर्वी भारत की सबसे ऊँची राजधानी, जहाँ बारिश और पहाड़ी भूमि जीवन को आकार देती हैं। यहाँ का मौसम बदलता रहता है—कभी धुंधली बारिश, कभी भीषण लैंडस्लाइड। 2025 में दरजीलीन में 300 मिमी बारिश के बाद कोहिमा भी इसी तरह के दौर से गुजरा। यहाँ के लोग बारिश के बाद बहने वाली धरती के साथ रहते हैं, न कि उसके खिलाफ।
नागालैंड, एक ऐसा राज्य जहाँ आधुनिकता और पारंपरिक जीवन एक साथ चलते हैं का दिल कोहिमा है। यहाँ के लोग अपनी भाषा, नृत्य और उत्सवों को बचाए रखते हैं। नागा समुदाय अपने गाँवों में अपने नियम बनाता है, और राज्य सरकार भी इन लोगों की आवाज़ को सुनती है। इसी वजह से कोहिमा में राजनीति भी अलग होती है—कोई बड़ा नाम नहीं, बल्कि एक गाँव का नेता भी राज्य का नेता बन सकता है। यहाँ के लोग चुनाव में अपने बारे में सोचते हैं, न कि किसी दूर के नेता के बारे में।
कोहिमा की याद तब तक जीवित रहती है जब तक बारिश नहीं रुकती। जब बारिश बहुत ज्यादा होती है, तो रास्ते बंद हो जाते हैं, पुल टूट जाते हैं, और बचाव कार्य शुरू हो जाते हैं। यही कारण है कि आंध्र प्रदेश में साइक्लोन मोंथा की खबर आते ही कोहिमा के लोग भी तैयार हो जाते हैं। यहाँ की बारिश का असर दूर तक फैलता है—दिल्ली की हवा तक ठंडी हो जाती है। कोहिमा का मौसम भारत के अन्य हिस्सों के लिए एक संकेत है।
यहाँ के समाचार आपको बताते हैं कि एक छोटे शहर में कैसे बड़ी बातें होती हैं। आपको यहाँ ऐसी खबरें मिलेंगी जो नागालैंड के जीवन को दर्शाती हैं—कैसे लोग बारिश के बीच अपना घर बचाते हैं, कैसे उनकी संस्कृति बरकरार रहती है, और कैसे एक छोटी सी राजधानी पूरे देश के लिए एक मिसाल बन जाती है।
22 फरवरी, 2025 को नागालैंड राज्य लॉटरी विभाग ने डियर नरमदा लॉटरी का ₹80 लाख का प्रथम पुरस्कार टिकट नंबर 90G 82229 को घोषित किया। यह नतीजा कोहिमा से लाइव घोषित किया गया।
©2025 iipt.co.in. सर्वाधिकार सुरक्षित