शोपियां की घने जंगलों में चला घंटों ऑपरेशन
जम्मू-कश्मीर के दक्षिणी जिले शोपियां के शुकरू केलर इलाके में 13 मई 2025 को आतंकवाद के खिलाफ बड़ी कार्रवाई हुई। सुरक्षाबलों और लश्कर-ए-तैयबा के बीच हुई मुठभेड़ में तीन आतंकवादी मारे गए। मारे गए आतंकियों में टीआरएफ का ऑपरेशनल कमांडर शाहिद कुट्टे और आदनान शफी खास नाम हैं, जिन्हें सुरक्षाबल लंबे वक्त से तलाश रहे थे।
शोपियां में यह कार्रवाई तब की गई, जब खास खुफिया इनपुट से पता चला था कि घने जंगलों में कुछ आतंकवादियों की मौजूदगी है। सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने मिलकर 'ऑपरेशन केलर' नाम से अभियान शुरू किया। जैसे ही सुरक्षा बल इलाके में पहुंचे, जंगल की चुप्पी गोलियों की आवाज से टूट गई। करीब तीन घंटे तक दोनों ओर से गोलीबारी चली, जिसमें तीनों आतंकियों को मार गिराया गया।
पहलगाम हमला और बढ़ा दबाव
इस कार्रवाई को बीते महीने पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले से जोड़कर देखा जा रहा है। 22 अप्रैल 2025 को पहलगाम में जानलेवा हमला हुआ था, जिसमें 26 लोग मारे गए और कई घायल हो गए थे। इस हमले के बाद दक्षिण कश्मीर के कई इलाकों में सुरक्षा और अलर्ट हाई लेवल पर है। हमले की जांच के सिलसिले में पुलिस ने तीन लश्कर आतंकियों की तस्वीरें और पहचान उजागर की थी। साथ ही, पकड़वाने वाले को 20 लाख रुपए का इनाम घोषित किया गया। इन पोस्टरों को पुलवामा समेत कई जगहों पर चिपकाया भी गया।
फिलहाल जांच एजेंसियां पता लगाने में जुटीं हैं कि शोपियां के जंगलों में मारे गए लश्कर के आतंकी पहलगाम हमले की साजिश में किस हद तक शामिल थे। सुरक्षा बलों की रणनीति अब भी आक्रामक है। लगातार जंगलों की तलाशी ली जा रही है, ताकि बाकी बचे आतंकी भी पकड़ में आ जाएं या उनका सफाया हो सके।
इस पूरे अभियान से साफ है कि दक्षिण कश्मीर में आतंकियों के नेटवर्क को तोड़ने की कोशिश और तेज हो गई है। ऊपरी इलाकों के जंगल और बसे गांव अब भी सुरक्षाबलों के फोकस में हैं, क्योंकि हालिया घटनाओं के बाद साफ हो गया है कि आतंकी फिर से संगठित होने की कोशिश में हैं। लेकिन बार-बार की ताबड़तोड़ कार्रवाई से सुरक्षा एजेंसियों ने आतंकियों के हौसले पस्त कर दिए हैं।
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